एक बेटी के साथ हुआ सामूहिक बलात्कार, पुलिस भी है इसमें बराबर की गुनाहगार
पीड़िता की मां कहना है कि पुलिस ने रात में तलाशने का प्रयास किया होता तो बेटी की लाज बच जाती. सरपंच का कहना है कि पुलिस ने थाने में उनके साथ बदसलूकी की. परिजन का कहना है कि बेटी को अगवा होने की उसकी सहेली से पता चलते ही थाने में सूचना दी गई, लेकिन पुलिस ने उसे तलाशने की काेशिश नहीं की. सुबह बेटी जब घर पहुंची तो पता चला कि उसके साथ युवकों ने गैंग रेप किया है. दूसरे दिन विधायक बृहस्पति सिंह के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आई और एक आरोपी पिंटू ठाकुर को गिरफ्तार किया गया.
विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि मैंने एसपी और टीआई को फोन किया तब भी मामला दर्ज नहीं हुआ. बाद में मैंने डीजीपी को आठ बार फोन लगाया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था. एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया गया है जबकि दो आरोपियों को भगा दिया गया है. अपने ही दल की सरकार में घुटन महसूस कर रहा हूं.
जबकि बलरामपुर थाना प्रभारी उमेश बघेल ने कहा कि पीड़िता की मां ने दूसरे दिन थाने में घटना की सूचना दी. इस पर तत्काल मुलाहिजा कराकर एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. विधायक उन पर आरोपियों को बचाने और कार्रवाई नहीं करने का झूठा आरोप लगा रहे हैं.
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